राष्ट्रीय पक्षी मोर पर 10 लाइन निबंध । Essay on national bird peacock in Hindi । Peacock in Hindi essay
दोस्तों हमारे आसपास अलग-अलग रंगों से अलग आकार की कई सारी पक्षी पाए जाते हैं। दिखने में बहुत ही सुंदर और आकर्षक दिखने वाले यह पक्षी सभी को पसंद है। द लेकिन आ सभी पक्षीयों मैं सबसे खूबसूरत और आकर्षित माना जाने वाला पक्षी मोर है।
आज “राष्ट्रीय पक्षी मोर पर 10 लाइन निबंध । Essay on national bird peacock in Hindi । Peacock in Hindi essay ” इस लेख के माध्यम से हम आपके लिए राष्ट्रीय पक्षी मोर पर निबंध लेकर आए हैं।
राष्ट्रीय पक्षी मोर पर 10 लाइन निबंध । Essay on national bird peacock in Hindi । Peacock in Hindi essay
दोस्तों हमारे आसपास कई प्रजातियों के पक्षी पाए जाते हैं। जिनमें चिड़िया, तोता, कौआ, कबूतर जैसे कई सारे पक्षी शामिल है। सभी पक्षी अपनी खूबसूरती की वजह से अपने रंग की वजह से और आकार के वजह से अनोखे दिखते हैं। लेकिन इन सभी पक्षियों के अलावा सभी पक्षियों का राजा मान ले जाने वाला पक्षी मोर है क्योंकि सभी पक्षियों में मोडर सबसे अधिक खूबसूरत होता है।
मोर की खूबसूरती की वजह से और मोर के महत्व के वजह से मोर को राष्ट्रीय पक्षी का दर्जा भी दिया है। मोर यह पक्षी तीतर वर्ग का सबसे बड़ा पक्षी माना जाता है।
प्रस्तावना :
मोर एक ऐसा पक्षी है जो छोटे बच्चे से लेकर बड़े-बड़े तक सभी को पता है
और सब लोगों ने अपने जीवन में कभी ना कभी मोड़ को देखा ही होगा। मोर पक्षी अक्षरा के गांव में अधिक पाया जाता है। मोरो को जंगल झाड़ियों और खेत में रहना अधिक पसंद होता है क्योंकि इस स्थान पर मोर को रहने के लिए जगह और खाने के लिए खाना आसानी से मिलता है।
दोस्तों क्या आपको पता है? मोर दो तरीके से पाए जाते हैं। इसमें एक मोर होता है जो कि नर होता है और दूसरी मोरनी होती है जो कि मादा होती है।
मोर और मोरनी को हम बहुत ही आसानी से पहचान सकते हैं क्योंकि मोर और मोरनी दोनों के रंग में विभिन्नता पाई जाती है। मोरनी भूरे रंग की होती है, तो मोर पूरे नीले रंग का होता है।
मोर की सबसे खास बात यह होती है कि मोर को लंबे लंबे पंख होते हैं जो कि दिखने में बहुत खूबसूरत होते हैं और उन पर अलग-अलग रंग के धब्बे भी होते हैं।
सावन का महीना मोर का सबसे पसंदीदा महीना माना जाता है क्योंकि जब हल्की हल्की बारिश होती है उस बारिश में मोर पंख फैलाकर नाचता है जो कि दिखने में अद्भुत होता है। मोर संभोग के मौसम में अपने अंडे देता है और एक बार में 3 से 5 अंडे देता है।
मोर का विवरण :
मोर एक बहुत ही सुंदर और भारत का राष्ट्रीय पक्षी है जो कि चोंच से सिरे तक शरीर की लंबाई 100 से 115 सेमी और पूर्ण विकसित मोर की लंबाई पंख सहित 200 से 250 सेमी होती है। इन खूबसूरत पक्षियों का वजन 4-6 किलो तक होता है।
मोर को लंबे लंबे पंख होते हैं जिन्हें कि पिसारा कहा जाता है जो कि बहुत ही अलग-अलग रंगों से बने होते जो बिल्कुल ही इंद्रधनुष्य की तरह दिखते हैं । मोर के पंखों पर अर्धचंद्राकार में सप्त रंगी धब्बे होते हैं।
ऐसा माना जाता है कि मोर को बारिश पसंद है और मोर बारिश में अपने पंखों के साथ नृत्य करते हैं। क्योंकि मोर मोरनी को आकर्षित करना चाहता है । अपनी पंखों को फैला कर मोर नृत्य करता है ताकि मोरनी उसकी तरफ आकर्षित हो।
भारत में गुजरात और राजस्थान में मोर बड़ी संख्या में पाए जाते हैं। श्रावण के महीने में मोर अपने पंख फड़फड़ाते और झमाझम बारिश में नाचते हुए देख सकते हैं, और म्याऊ SS म्याऊ चिल्लाते हुए भी देखेंगे।
भारत में मोर को पालना या फिर मोर कि शिकार करना कानूनन गुनाह माना जाता है।
मोर का भोजन :
मोर कीड़े, चूहे, सांप खाता है, इसलिए किसान मोर को अपना दोस्त मानते हैं। मोर चूहों और सांपों को खाते हैं, जो फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे किसानों को मदद मिलती है।
लेकिन आजकल आदिवासी जनजातियों में मोर मोर का मांस खाते हैं। इसके कारण हाल ही में मोरों की संख्या में कमी आई है।
एक अन्य प्रकार का मोर सफेद मोर होता है लेकिन यह बहुत दुर्लभ होता है, जो मुख्य रूप से खुले जंगलों और खेतों में पाया जाता है। मोर अपने आस-पास किसी को छूते ही पंख फड़फड़ाता है।
मोर का धार्मिक महत्व :
मोर पक्षी सिर्फ दिखने को ही खूबसूरत नहीं बल्कि मोर के बहुत सारे धार्मिक महत्व है। मोर के महत्व को जानते हुए और उसकी खूबसूरती को देखते हुए ही मोर को भारत का राष्ट्रीय पक्षी होने का मान मिला है।
प्राचीन और धार्मिक काल से ही मोर को बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। ज्ञान के देवता सरस्वती का वाहन मोर है, और कार्तिकेय स्वामी का वाहन मोर है।
मोर को मराठी महावस्त्र “पैठणी” में उसके मोर के सुंदर पंख और उसके गले में इंद्रधनुषी रंग के कारण स्थान दिया गया है। साथ ही, लेखकों और कवियों द्वारा मोर के बारे में कई लेख लिखे गए हैं।
फिल्मी गाने से लेकर लहान बच्चों के कविताओं में भी मोर पर गाने देखने को मिलते हैं बहुत सारे फिल्म ऐसे हैं जिनमें मोर पर गाने लिखे गए हैं और कई कविताएं भी मोर पर लिखी गई है।
चाहे शादी हो या कोई और कार्यक्रम, सजावट के लिए मोर की तस्वीरें आप देख सकते हैं, चाहे वह चित्रकार हो या कवि जो मोर पर चित्र बनाना पसंद करते हैं।
इसके अलावा भगवान श्री कृष्ण के सिर पर जो पंख है वह इसी मोर पक्षी का होता है।
सम्राट अशोक और चंद्रगुप्त मोरया के सिक्कों पर भी मोर उत्कीर्ण दिखाई देंगे। और प्राचीन राजा महाराजा मयूर मोर के सिंहासन पर विराजमान प्रतीत होते हैं।
10 Lines on National Bird Peacock in Hindi । राष्ट्रीय पक्षी मोर पर 10 लाइन निबंध
- मोर दिखने में बहुत ही खूबसूरत पक्षी है।
- मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है।
- मोर पुरे भारतवर्ष में पाए जाते है।
- मोर को लंबे लंबे पंख होते हैं जो सप्तरंगी होते हैं जो दिखने में इंद्रधनुष की तरह होते हैं।
- मोर के सर पे कल्कि होती है। जो बिल्कुल मुकुट की तरह दिखती है।
- सावन का महीना और का पसंदीदा महीना माना जाता है क्योंकि मोर वर्षा ऋतू में पाने पंख खोल कर नृत्य करता है।
- मोर को किसानों का दोस्त माना जाता है क्योंकि मोर फसल को नुकसान पहुंचाने वाले चूहा सांप को खाता है। इसके अलावा मोर अनाज फल और कीड़े मकोड़े आदि खाता है।
- मोरे की खूबसूरती और उसका धार्मिक महत्व को जानते हो 26 जनवरी 1963 को मोर को राष्ट्रीय पक्षी का दर्जा मिला था।
- मोर की आयु औसतन 25 से 30 साल होती है|
- भारतीय मोर लगभग 1 से 1.5 मीटर तक लम्बा होता है।
- भारतीय मोर का वजन 4 से 6 किलोग्राम तक हो सकता है।
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